दीबा है मेरा नाम मेरे रुप कई हैं हूँ धूप कहीँ और कहीँ सावन की झड़ी हूँ दीबा है मेरा नाम मेरे रुप कई हैं हूँ धूप कहीँ और कहीँ सावन की झड़ी ...
मत काटो तुम पेड़ को वरना जिंदगी बिखर जाएगी।। मत काटो तुम पेड़ को वरना जिंदगी बिखर जाएगी।।
नगें पैरों तले मैदान में पतंग लिए, पुरानी यादें ताजा करते हैं। नगें पैरों तले मैदान में पतंग लिए, पुरानी यादें ताजा करते हैं।
आइसक्रीम भी खिलवाँ दूर्गा, ऐसे तो नखरे ना दिखाओ।। आइसक्रीम भी खिलवाँ दूर्गा, ऐसे तो नखरे ना दिखाओ।।
और मेरी मां भी गुस्से के साथ साथ हँस रही थी अपने बेटे की प्यारी शरारत पर। और मेरी मां भी गुस्से के साथ साथ हँस रही थी अपने बेटे की प्यारी शरारत पर।
पथिक है मुसाफिर, तो पथिक बन के चल तू। पथिक है मुसाफिर, तो पथिक बन के चल तू।